पीलू राग का अर्थ
[ pilu raaga ]
पीलू राग उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- 13 . पीलू राग, 14. ललित राग,
- 13 . पीलू राग, 14. ललित राग,
- पीलू राग में आमतौर से शुद्ध निशाद बहुत प्रबल होता है , जैसे फ़िल्मी गीतों में आपने सुना होगा।
- इन दिनों होली में राधा-कृष्ण की छेड़छाड़ के साथ क्षृंगार की प्रधानता हो जाती है , यह होलियां प्राय : पीलू राग में गाई जाती हैं।
- इन दिनों होली में राधा-कृष्ण की छेड़छाड़ के साथ क्षृंगार की प्रधानता हो जाती है , यह होलियां प्राय : पीलू राग में गाई जाती हैं।
- रंग के बाद होली गायकी में दिन में पीलू राग मुख्य रूप से प्रचलन में है- ‘मद की भरी चली जात , गुजरिया, सौदा करना है तो कर ले मुसाफिर चार दिना की लागि रे बजरिया' तथा ‘योगी तेरो यौवन छलकत जाय, मदमस्त यौवन, नैन रसीले घायल कर-कर जाय।'
- शुरुआत बहुधा धमार राग से होती है , और फिर सर्वाधिक काफी व पीलू राग में तथा जंगला काफी , सहाना , बिहाग , जैजैवन्ती , जोगिया , झिंझोटी , भीमपलासी , खमाज व बागेश्वरी सहित अनेक रागों में भी बैठकी होलियां विभिन्न पारंपरिक वाद्य यंत्रो के साथ गाई जाती हैं।